मधुबनी/नई दिल्ली । देश के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार डॉ. समरेंद्र पाठक के बिहार स्थित पैतृक आवास पर छठ महापर्व की मध्य रात पुलिस की छापेमारी की राष्ट्रव्यापी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गयी है।
विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक एवं पत्रकार संगठनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित राज्य के आला अधिकारियों से तुरंत आवश्यक कारवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है, कि जरुरत पड़ी तो घेराव किया जायेगा।
बिहार में मधुबनी जिले के भेजा थाना पुलिस ने छठ पर्व की मध्य रात को वरिष्ठ पत्रकार डॉ पाठक के पैतृक आवास पर छापेमारी की थी। जब उनके परिजन छठ पर्व में हिस्सा लेने वाले लोगों को अपने सौ साल के पैतृक धार्मिक परम्पराओं के अनुसार जरुरी सुविधायें उपलब्ध करा रहे थे।
हालांकि छापे की अगुआई कर रहे भेजा थाना के प्रभारी को आवास पर कुछ भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला एवं पुलिस बैरंग लौट गयी। पुलिस ने यह भी बताया कि यह कार्रबाई उच्च अधिकारियों के निर्देश पर की गयी है लेकिन पर्व के मौके पर अपवाह फ़ैलाने बाले असामाजिक तत्व का नाम उजागर नहीं किया।
इस बीच इस घटना को लेकर जदयू, राजद, बीजेपी एवं कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालयों में चर्चा का बाजार गर्म रहा। नेता इस बात को लेकर हैरान थे, कि इस तरह की कृत्य के कौन सूत्रधार है? उसपर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी हैं।
डॉ.पाठक ने बताया कि उन्हें भी इसकी जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी कार्यवाही से जनसेवा के कार्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा । उन्होंने कहा कि पुलिस ने किस प्रभावशाली एवं एजेंसी की सूचना पर यह कार्रबाई की है, इसे देखा जायेगा।
पत्रकार संगठनो के जॉइन फोरम के प्रमुख सुलतान एस. कुरैशी, सार्क जर्नलिस्ट फोरम के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख एवं इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राम नाथ विद्रोही, यूनाइटेड इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (UIJA) के अध्यक्ष उमेंद्र दाधीच, पेरियाडीकल प्रेस आफ़ इंडिया के प्रमुख डॉ. सुरेंद्र शर्मा, बिहार के वरिष्ठ पत्रकार सुशील भारती एवं सुप्रीम कोर्ट बार एसोसियेशन के सदस्य केशव चौधरी ने इस घटना के गुनाहगारो पर शीघ्र कारवाई की मांग की है अन्यथा राष्ट्रव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है ।
(मधुबाला की रिपोर्ट )