नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भाजपा सरकार पर हमला किया है । विधानसभा में उन्होंने तीनों कृषि कानूनों की कॉपियों को फाड़ दिया। केजरीवाल ने केंद्र से ‘काले कानूनों’ को वापस लेने की अपील करते हुए कहा कि सरकार अंग्रेजों से बदतर न बने। अंग्रेजों ने तो 9 महीने में बिल वापस ले लिए थे।
केंद्र पर कृषि कानूनों को जल्दबाजी में पास कराने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘कोरोना काल में ऑर्डिनेंस क्यों पास किया गया? क्या जल्दबाजी थी? 70 सालों के इतिहास में शायद पहली बार हुआ होगा कि राज्यसभा में 3 कानूनों को बिना वोटिंग के पास कर दिया गया। राज्यसभा उपसभापति ने पास-पास-पास कहकर पास कर दिया। ये तीनों कानूनों को मैं सदन के सामने फाड़ रहा हूं…मैं केंद्र से अपील करता हूं कि वह अंग्रेजों से भी बदतर न बने।’
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि भाजपा कह रही है कि किसानों को गुमराह किया जा रहा है। इन क़ानूनों के फ़ायदे बताने के लिए भाजपा ने अपने सारे दिग्गज नेता उतारे हैं पर इन भाजपा नेताओं को भी नहीं पता कि इन क़ानूनों का क्या फ़ायदा है? क्योंकि दरअसल इन क़ानूनों से किसानों को कोई फ़ायदा है ही नहीं।