नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 हर्षवर्धन ने आज नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स में आयोजित 47वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, “वर्ष 1961 तक एम्स ने वैश्विक ख्याति प्राप्त कर ली थी। हमें बहुत कुछ नया करने के साहस की कल्पना करने की हिम्मत और नवाचार के लिए लगन, ये सभी गुण राजकुमारी अमृत कौर से सीखने हैं। वे एम्स के डीएनए में ही समाहित हैं।”
उन्होंने कहा कि, “मैं इस प्रतिष्ठित संस्था के अध्यक्ष के रूप में सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं, जिसने देश भर के नागरिकों के जीवन स्तर को बढ़ाने और बेहतर करने के लिए समर्पण के अनुकरणीय स्तरों को प्रदर्शित किया है।
मौजूदा कोविड संकट के दौरान संस्थान के योगदान की सराहना करते हुए डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, “एम्स ने संकट के दौरान मरीज़ों की देखभाल, अनुसंधान और शिक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि, हम एक ऐसी महामारी से उबर रहे हैं जिसने हमें बेहद परेशान किया है, ऐसे में हमें एम्स के पूरे परिवार द्वारा लड़ी गई दैनिक लड़ाइयों को याद रखना चाहिए। हमारे डॉक्टर हमारे असली हीरो हैं।”