बिहार के बेगूसराय में हुए गोली कांड के विरोध में सांसद राकेश सिन्हा एक दिन के सांकेतिक अनशन पर बैठे है । सांसद सिन्हा ने जिले में बढ़ते अपराध और बिहार सरकार के विरोध में बेगूसराय में स्वर्ण जयंती पुस्तकालय में गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष एक दिन का सांकेतिक उपवास रखा है ।
पत्रकारों से बातचीत में राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा (Rakesh Sinha) ने कहा कि अराजकता पैदा कर सामाजिक जीवन को खराब किया जा रहा है। उसके लिए लोगों में चेतना जगाने तथा अपनी संवैधानिक निष्ठा और दायित्व के लिए आज हम सब अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग संवैधानिक निष्ठा के साथ कार्य नहीं करते हैं, वे दायित्व का निर्वाह नहीं कर पाते हैं, जैसा कि मौजूदा बिहार सरकार में दिखाई दे रही है। अपराधी को जाति से जोड़ना तथा बेगूसराय के साहित्यिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चरित्र पर प्रहार करने की कोशिश की जा रही है, एक षड्यंत्र रचा गया है। विगत कुछ पखवाड़े से बेगूसराय के बिगड़ते चरित्र को सुरक्षित करने और अपने जिले के अस्तित्व को कलंकित होने से बचाने का प्रयास करें।
नीतीश कुमार और तेजस्वी को आड़े हाथों लेते हुए राज्यसभा सांसद सिन्हा ने कहा इस सरकार की उदासीनता और संवेदनहीनता का इससे बड़ा और क्या उदाहरण हो सकता है कि घटना के 3 दिन बाद भी ना तो नीतीश या तेजस्वी यादव और न ही कोई मंत्री आकर मृतक के परिजनों, इलाजरत घायल से मिल कर मुआवजा की घोषणा ही की। उन्होंने साफ कह दिया कि यदि अपनी खामियों को छुपाने के लिए यदि सरकार निर्दोष लोगों को फसाएगी तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अनशन में राकेश सिन्हा के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह, पूर्व विधायक श्रीकृष्ण सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता संजीव सिंह, शिक्षक नेता डॉ. सुरेश प्रसाद राय सहित बड़ी संख्या में लोग उपवास पर बैठे हुए हैं ।