नई दिल्ली ( लक्ष्मी अरविंद पाठक) । शुक्रवार यानी एक जनवरी की पहली संध्या में दूर्वाक्षत संस्थान द्वारा दूर्वाक्षत मिशन मिथिलाक्षर अभियान का “दूर्वाक्षत मिशन मिथिलाक्षर प्रवीण समारोह” का सफल आयोजन किया गया । इस अवसर पर संस्थान की पहली भव्य स्मारिका “दूर्वाक्षत” का विमोचन डिजिटल माध्यम से दूर्वक्षतक वेबसाइट पर किया गया । दूर्वाक्षत अब तक १००० से अधिक मैथिली भाषानुरागी को मिथिलाक्षर लिपि में प्रवीणता प्राप्त करा चुका है, इसी क्रम में देश संग-संग विदेश क १५ से अधिक जगह के लोग सम्मलित थे ।
पंडित कौशल झा के सफल नेतृत्व में इस समारोह का आयोजन दूर्वाक्षत टीम के सदस्य द्वारा कराया गया । इस कार्यक्रमक की अध्यक्षता डॉक्टर अशोक अविचल (प्रॉक्टर कोलहान विश्वविद्यालय, झारखंड,संयोजक मैथिली परामर्शदात्री समति साहित्य अकादमी ) जी द्वारा किया गया । इसी अवसर पर विशिष्ट अतिथी के रूप में श्री विजय चंद्रा झा (अध्यक्ष अखिल भारतीय मिथिला संघ) आमंत्रित थे । अर्चना झा ‘अन्नु’ द्वारा अतिथी का स्वागत और अभिनंदन किया गया। डॉक्टर राजीव रंजन दास, श्री शरद कुमार झा, श्री मनोज कर्ण, श्री सुनील झा, श्री रवीन्द्र चौधरी, श्रीमती दिव्या चौधरी, श्रेया श्रेयसि और कुशाग्र कश्यप प्रमुख , श्रीमती साधना सुनील झा और ममता ठाकुर जी द्वारा पाठशाला संचालन क विषय में जानकारी दी गयी ।
श्री शैलेंद्र झा दूर्वाक्षत संस्था के डिजिटल माध्यम से आईटी टीम मनोज कर्ण द्वारा स्मारिका का लोकार्पण किया गया । रितेश पाठक जी सम्पादकिय टीम ने सब उपस्थित अतिथी के परिचय कराया । दूर्वाक्षत के संपादिका स्वाती शाकंभरी ने स्मारिका के विभिन्न पहलु से अवगत कराया । श्री नीरज पाठक, श्री विजय चंद्र झा जी के सम्बोधन में उपस्थित रहे । दूर्वाक्षत के संस्थापक श्रीमान पंडित कौशल झा संस्था के विभिन्न पहलु से अवगत कराया, संस्थाक सदस्य के उत्साह वर्धन किया । कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन निदेशक श्रीमती सविता झा ‘सोनी’ द्वारा किया गया ।
इस कार्यक्रम में १०० सदस्य ज़ूम मीटिंग में उपस्थित रहे और फ़ेस्बुक लाइव के माध्यम से इसे देश और दुनिया के लाखों लोग देख रहे थे । अर्चना झा अन्नु द्वारा मिथिला वर्णन और ममता ठाकुर द्वारा समदौंन की प्रस्तुती से कार्यक्रम का संपापन किया गया । इस कार्यक्रम का सफल संचालन श्री अंजनी कुमार चौधरी ने किया ।
(लक्ष्मी अरविंद पाठक की रिपोर्ट)