बिहार/ उत्तरप्रदेश । महापर्व छठ के दूसरे दिन आज महत्वपूर्ण अनुष्ठान खरना व्रतियों द्वारा भक्तिभाव से विधिपूर्वक मनाया गया। खरना के साथ ही व्रतियों द्वारा निर्जला उपवास का कठिन व्रत भी शुरू हो गया। व्रत का समापन अब सोमवार को सुबह की बेला में सूर्य देव को समर्पित अर्घ्य के साथ होगा। खरना के बाद अब व्रती रविवार शाम को होने वाले अर्घ्य से जुड़े अनुष्ठान की तैयारी में जुट गए हैं।
उलेखनीय है कि खरना में छठी माता को गुड़ व दूध में बनी खीर, पूड़ी, केला व मिठाई का चढ़ावा चढ़ाया जाता है। अनुष्ठान के समय व्रती को कोई भी टोक नहीं सकता है। इसका सख्ती से पालन करना अनिवार्य है। खरना का प्रसाद सबसे पहले व्रती द्वारा ग्रहण किया जाता है। इसके बाद इस प्रसाद को सभी को बांटा जाता है।
बता दे कि बिहार, उत्तरप्रदेश समेत अन्य कई राज्यो में इस पर्व के दौरान उत्सव को लेकर उत्साह का माहौल है। अपनो के साथ इस महापर्व को मनाने लोग इस पर्व में घर जरूर पहुंचते हैं। खरना के सम्पन्न होबे के साथी अब रविवार को अस्ताचलगा सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है।
(आषुतोष और विनित की रिपोर्ट )