नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए साल के मौके पर शहरी भारत की रूप रेखा बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण घोषणा की। पीएम मोदी ने ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज इंडिया (जीएचटीसी इंडिया) के तहत छह राज्यों में लाइट हाउस (एलएचपी) परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इसके साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित एक समारोह में पीएम ने आवास योजना (शहरी) को लागू करने में उत्कृष्टता के लिए वार्षिक पुरस्कार भी प्रदान किए।
इस मौके पर मोदी ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स में सबसे बेहतरीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है और इस परियोजना से अर्बन हाउसिंग की जरूरतें पूरी होंगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर हर देशवासी को गर्व होगा कि विकास को गति देने के लिए हाई-एंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
पीएम ने कहा कि घर बनाने से जुड़े लोगों की नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी स्किल अपग्रेड करने के लिए सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किया जा रहा है।आप ऑनलाइन पढ़ सकते हैं, नई टेक्नोलॉजी को समझ सकते हैं और एग्जाम देकर सर्टिफिकेट पा सकते हैं।
क्या है लाइट हाउस प्रोजेक्ट?
लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लिए जिन राज्यों को चुना गया है उनमें त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड और गुजरात हैं । लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और इकोलॉजी का ध्यान रखते हुए टिकाऊ आवास प्रदान किए जाते हैं ।