सैफई, इटावा : बीते महीने की 7 तारीख को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में असम निवासी श्री श्याम लाल खरिया को भर्ती कराया गया। मरीज़ जम्मु से गुवाहाटी जाने के दौरान इटावा जं० पर ट्रेन चढ़ने के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हो गया और आनन-फानन में उसे इटावा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ डॉक्टरों ने मरीज को सैफई मेडिकल युनिवर्सिटी रेफर कर दिया।
36 वर्षीय इस मरीज़ का इलाज विश्वविद्यालय के ऑर्थोपेडिक विभाग के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ राजीव कुमार की देख-रेख में किया गया। मरीज की स्थिति एवं साथ में कोई परिजन न होने को ध्यान में रखकर चिकित्सा अधीक्षक महोदय द्वारा मरीज़ का एक्स-रे, खून जाँच एवं अन्य ज़रूरी इलाज निःशुल्क कराने का आदेश दिया गया। इलाज के दौरान अस्पताल में कार्यरत सामाजिक सेवा अधिकारी श्री मनोज कुमार मौर्य ने मरीज़ को आवश्यक इलाज हेतु पूर्ण सहयोग किया।
इलाज के दौरान मरीज़ के पास कोई परिचय पत्र उपलब्ध न होने के कारण उसके परिजनों का पता लगाने में बहुत परेशानी हुई एवं तमाम प्रयासों के बाद भी मरीज़ के परिजनों से संपर्क नहीं किया जा सका। मरीज़ की हालत को देखते हुए विश्वविद्यालय के चिकित्सा अधीक्षक, डॉ एस. पी. सिंह के आदेश से मरीज़ का संपूर्ण इलाज निः शुल्क कर दिया गया एवं परिजनों के आने तक मरीज़ की देख-भाल का निर्देश भी दिया।
इलाज के दौरान मरीज़ के बाएं पैर के निचले हिस्से की सफल सर्जरी भी निः शुल्क की गई। इसी बीच एक दिन अस्पताल के सेल फोन पर एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमें इस मरीज की जानकारी दी गई थी एवं मरीज़ की स्थिति भी पूछी गई थी। यह संदेश असम के जियाझुड़ी स्थित टी-स्टेट नाम की कंपनी के मैनेजर ललित झा द्वारा भेजी गई थी जहाँ मरीज की बेटी कार्यरत थी।
लगातार प्रयासों के बाद मरीज़ के परिजनों से संपर्क होने के उपरांत इलाज के दौरान लगातार मरीज़ की स्थिति की जानकारी अस्पताल के कार्मिकों द्वारा परिजनों को दी जाने लगी। आर्थोपेडिक विभाग एवं इमरजेंसी विभाग के डॉक्टरों एवं स्टाफ के निरंतर प्रयास से मरीज की हालत ठीक होने लगी एवं उनकी मेहनत ने मरीज़ की जान बचा ली।
तकरीबन डेढ़ महीने चले इलाज के बाद वर्तमान में मरीज़ स्वस्थ है एवं उसके परिजनों (बेटी एवं दामाद) को मरीज़ के साथ दिनांक 21/09/2024 को सरकारी एबुलेंस से इटावा जं० भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।
मरीज़ एवं उनके परिजनों ने अस्पताल के अधिकारियों, डाक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, MSSO संवर्ग एवं अस्पताल के अन्य कर्मचारियों की सराहना की एवं उनका आभार व्यक्त किया।