नई दिल्ली : केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत नशा मुक्त हो जाएगा । केंद्रीय मंत्री ने यह बात दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो’ संकल्प समारोह के दौरान कही । इस कार्यक्रम में देश के कई राज्यों से सभी धर्म और समाज के हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए ।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईआईटी, एनआईआईटी के डायरेक्टर्स मौजूद रहे, साथ ही चिकित्सकों, अधिवक्ताओं और विभिन्न संस्थानों के छात्र मौजूद रहे, जिन्हें नशामुक्ति सेनानी की जिम्मादारी दी गई और सभी को हर महीने कम से कम एक व्यक्ति को अपने साथ जोड़कर उसे नशामुक्त करने की पहल करनी है ।
अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर 2047 तक देश को पूरी तरह से नशामुक्त और आत्मनिर्भर बनाने की उम्मीद है, इसी के चलते इस आंदोलन की शुरुआत की गई है । मंत्री ने बताया कि इस आंदोलन को शुरू करने के पीछे उनके निजी जीवन से जुड़े कई तथ्य हैं, जिसे उन्होंने वहां मौजूद लोगों के साथ साझा किया ।
उन्होंने कहा, ”मैं अपने बेटे को नहीं बचा पाया ,जबकि मैं सांसद हूं और मेरी पत्नी विधायक हैं । हमने उसकी लाश को एक दिन घर में रखा । उसको जलाते समय संकल्प लिया कि यह बात पूरे देश में बताऊंगा और नशे के विरोध में अभियान चलाऊंगा । मैं चाहता हूं कि लड़कियां यह संकल्प लें कि किसी भी तरह का नशा करने वाले लड़के से शादी नहीं करेंगी ‘
मंत्री ने छात्रों को नशे से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा, जब भी आप नए साल का जश्न मनाएं तो अपने दोस्तों को घर बुलाएं, चाय पिलाएं, कॉफी पिलाएं, अच्छा भोजन परोसें, लेकिन शराब, सिगरेट वाली पार्टी में बिल्कुल न जाएं । उन्होंने कहा कि अभिभावकों से मेरी गुजारिश है कि अपने बच्चों को नशे से बचाएं ।
कौशल स्कूली छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए संकल्प लेने की सलाह देते हुए प्रण दिलवाया । सैकड़ों छात्रों ने तालकटोरा स्टेडियम में शपथ ली कि वे नशे जैसी बुरी आदत से सदा दूर रहेंगे ।